गजब है ये गांव, हनुमान जी का नाम लेना है अपराध!

उत्तराखंड के चमोली जिले की नीति घाटी में द्रोणागिरी गांव है.  

जहां हनुमान मूर्छित पड़े लक्ष्मण की जान बचाने के लिए संजीवनी लेने आए थे. 

संजीवनी न पहचानने के कारण पूरा पर्वत ही उखाड़ कर ले गए थे.  

यही इस गांव वालों के गुस्से की वजह भी है.

स्‍थानीय निवासी बताते हैं कि द्रोणागिरी पर्वत उनके लिए देवता हैं. 

हनुमान जी ने संजीवनी बूटी के लिए पहाड़ देवता से अनुमति नहीं ली.  

इतना ही नहीं हनुमान जी ने पहाड़ देवता की दाईं भुजा भी उखाड़ डाली.  

द्रोणागिरी में मान्‍यता है कि आज भी पहाड़ देवता की दाईं भुजा से रक्‍त बहता है.  

यही वजह है कि यहां के लोग हनुमान जी से नाराज है.