सिर्फ एक दिन मिलता है उज्जैन में सिंदूर प्रसाद 

बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में गजलक्ष्मी की भी महिमा अपार है. 

उज्जैन के मध्य सराफा बाजार में मां गजलक्ष्मी के मंदिर है.  

जहां 5 दिवसीय दीप पर्व पर श्रद्धालुओं का तांता लगता है. 

मंदिर के पुजारी बताते हैं कि यह मंदिर 2 हजार साल पुराना है. 

इस मंदिर का वर्णन स्कंद पुराण में भी मिलता है.  

गजलक्ष्मी मंदिर का सिंदूर साल में एक दिन सुहाग पड़वा पर मिलता है.  

इस सिंदूर को इकट्‌ठा कर साल भर में एक बार सुहाग पड़वा के दिन बांटते हैं.  

मान्यता है कि यह सिंदूर ले जाने से घर में मां लक्ष्मी का वास बना रहता है.   

लोगों को साल भर इस सिंदूर का बेसब्री से इंतजार रहता है.