समुद्र मंथन से प्रकट हुई थी यहां महालक्ष्मी, जानें रहस्य 

उदयपुर शहर में स्थित 450 साल पुराना लक्ष्मी मन्दिर है. 

इस मंदिर से उदयपुर संभाग की श्रद्धा जुड़ी हुई है.  

यह मंदिर जगदीश मंदिर के बच्चे हुए पत्थर से बनवाया गया था.  

मान्यता है कि इस मंदिर की मूर्ति समुद्र मंथन के समय प्रकट हुई थी. 

यह मंदिर तत्कालीन महाराणा जगत सिंह के वक्त बना था.  

यह प्रतिमा सफेद पत्थर के हाथी पर बैठी हुई है.  

ठीक उसी तरह से जिस तरह से माता समुंद्र से निकली थी. 

धनतेरस के दिन से भाई-दूज तक संभाग भर से श्रद्धालु पहुंचते है.  

खेखेरे के मौके पर भव्य अन्नकूट महोत्सव का आयोजन भी किया जाता है.