यहां लगता है 'भूतों का मेला'

हाजीपुर के कोनहारा घाट को पुराणों में मोक्ष धाम माना गया है. 

यहां भगवान विष्णु ने हाथी रूप पर आकर घड़ियाल का वध किया था.

यहां कार्तिक पूर्णिमा की रात को भूतों का मेला लगता है. 

पूर्वी भारत के अधिकतर ओझा गुनी के लिए ये दिन विशेष होता है. 

भूत-प्रेत से छुटकारा पाने के लिए कार्तिक पूर्णिमा का इंतजार करते हैं. 

इस दिन लोग कोनहारा घाट में अनुष्ठान कर भूतों को भगाते हैं.

यहां पूजा-पाठ कराने के लिए हजारों की संख्या में लोग आते हैं. 

ओझा के द्वारा रातभर भूत बुलाने और भगाने का अनुष्ठान चलता है. 

स्थानीय भाषा में इसे भूतखेली कहते हैं.