देवउठनी एकादशी: थाली या सूप बजाकर क्यों जगाते हैं देव को?
इस बार 23 नवंबर 2023 को देवउठनी एकादशी है.
माना जाता है, कि इस दिन श्रीहरि विष्णु पांच माह के बाद शयनकाल से जागते हैं.
इस दिन रात में शालिग्रामजी और तुलसी माता का विवाह भी होता है.
देव उठने के बाद से सभी मांगलिक कार्य शुरू हो जाते हैं
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थाली, सूप बजाकर और गीत गाकर देवताओं को जगाया जाता है.
गेरू से पूजा स्थल के पास तरह-तरह के डिजाइन बनाए जाते हैं
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गीत गाते हैं - उठो देव बैठो देव, अंगुरिया चटकाओ देव।
देवों को ऐसे जगाने से घर में सुख-शांति बनी रहती है.
एकादशी 22 नवंबर रात 11.03 से 23 नवंबर रात 09.01 तक है.
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