60 साल पुराने इस रेस्टोरेंट में मिलता है घर जैसा खाना

उत्तराखंड में स्थित ऋषिकेश को योगनगरी के नाम से जाना जाता हैं.

प्राचीनकाल से ही ऋषिकेश ऋषि मुनियों की तपस्थली रहा हैं. 

बाबा काली कमली वाले स्वामी श्री विशुद्धानंद जी महाराज द्वारा तीर्थ यात्रियों के लिए यहां विश्राम गृह है. 

मोटर मार्ग की सुविधा और खाने की व्यवस्था न होने के कारण यात्री भोजन के लिए तरस जाते थे.

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सन 1958 में स्वर्गीय श्री हरस्वरूप अग्रवाल ने स्वर्गाश्रम ऋषिकेश में सामान्य से भोजनालय की स्थापना की.

और आज यही सामान्य भोजनालय चोटिवाला के नाम से देश भर में प्रसिद्ध हो चुका है. 

यह भोजनालय राम झूले में स्थित है. जिसे सभी चोटिवाला रेस्टोरेंट के नाम से जानते हैं.

ऋषिकेश एक सात्विक जगह है जहां से चार धाम की शुरुआत होती है. 

ये रेस्टोरेंट सभी ग्राहकों को स्वादिष्ट भोजन परोसता आया है.