कब है मार्गशीर्ष महीने में प्रदोष व्रत? जानें 

28 नवंबर से मार्गशीर्ष महीने की शुरुआत हो चुकी है.

इस महीने का प्रदोष व्रत खास महत्व रखता है. 

प्रदोष का अर्थ होता है गोधूलि बेला यानी संध्या समय. 

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भगवान शिव को त्रयोदशी तिथि के प्रदोष का समय बहुत ही प्रिय है.

मार्गशीर्ष महीना का पहला प्रदोष व्रत 10 दिसंबर को रखा जाएगा : पं.नंदकिशोर मुद्गल. 

मार्गशीर्ष महीना भगवान विष्णु का प्रिय महीना माना जाता है.

प्रदोष व्रत में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है. 

भक्त को रुद्राक्ष की माला विभूति और चंदन का लेप लगाकर पूजा करनी चाहिए.

इस दिन व्रती सिर्फ हरा मुंग का सेवन करें.