Union Budget: 2024: कब लगा था वेल्थ टैक्स

Union Budget: 2024: कब लगा था वेल्थ टैक्स

यूनियन बजट (Union Budget) ने लंबा सफर तय किया है

आजादी के बाद देश का पहला बजट RK Shanmukham Chetty ने 26 नवंबर, 1947 को पेश किया था

तब से बजट में नई चीजें शामिल होती रही है और कुछ पुरानी चीजें हटती रही है

ऐसी ही एक शुरुआत 1957-58 के बजट में हुई थी. तब सरकार ने वेल्थ टेक्स लगाने का ऐलान किया था

यह करीब 6 दशक तक बना रहा. 28 फरवरी, 2015 को पेश बजट में वेल्थ टैक्स हटाने का ऐलान किया गया था

तब वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि 1 अप्रैल, 2015 से वेल्थ टैक्स खत्म हो जाएगा. हालांकि, सरकार ने अमीर लोगों पर लगने वाला सरचार्ज बढ़ा दिया था

Individual Hindu Undivided Family और कंपनी वेल्थ टैक्स के दायरे में आते थे. 30 लाख रुपये से ज्यादा वैल्यू के नेट वेल्थ पर यह टैक्स चुकाना पड़ता था

Real Estate, व्हीकल्स, ज्वेलरी, बुलियन, बोट, एयरक्रॉफ्ट इसके दायरे में आते थे

Mutual Fund, Fixed Deposit और सेविंग्स बैंक अकाउंट्स वेल्थ टैक्स के दायरे से बाहर थे. 500 वर्ग मीटर तक का प्लॉट भी वेल्थ टैक्स के दायरे से बाहर था

वेल्थ टैक्स की दर एसेट्स की वैल्यू का 1 फीसदी थी. फाइनेंशियल ईयर 2013-14 में वेल्थ टेक्स से सरकार को 1,008 करोड़ रुपये मिले थे

जेटली ने कहा था कि वेल्थ टैक्स कलेक्शन पर आने वाली कॉस्ट बहुत ज्यादा है. इसलिए इसे खत्म करने का फैसला किया गया है

1959-60 के केंद्रीय बजट में भी एक बड़ा ऐलान किया गया था. यह बदलाव अकाउंटिंग से जुड़ा था

तब सरकार ने बजट अनुमान को दो हिस्सों में बांट दिया था

हर साल यानी बार-बार होने वाले खर्च को नॉन-प्लान Expenditure के तहत रखा गया था, जबकि योजना के तहत किए जाने वाले खर्च को प्लान Expenditure के तहत रखा गया

सरकार ने 1965-66 के बजट में काले धन पर अंकुश लगाने के लिए बड़ा कदम उठाया था

लोग अपने उस पैसे को RBI के पास जमा कर सकते थे, जिस पर उन्होंने टैक्स नहीं दिया था

सरकार का मानना था कि इससे सिस्टम में काले धन का इस्तेमाल घटेगा. उसके बाद से सरकार काले धन को घोषित करने के लिए कई Voluntary Disclosure स्कीम का ऐलान कर चुकी है