बैंड बाजा नहीं यहां लाठी और डंडे से होता है बारातियों का स्वागत

झारखंड में संथाल आदिवासी की तादाद सबसे ज्यादा है.

इसकी शादी में भी अजीबोगरीब परंपरा निभाई जाती है.  

सामान्य तौर पर बारातियों का स्वागत फूल, माला से होता है. 

वहीं संथाल कम्युनिटी में लाठी, डंडे और तलवार के साथ स्वागत होता है.  

यहां दूल्हा गाड़ी से उतरता है तो उसे लाठी डंडे और तलवार से डराया जाता है. 

इसका कारण ये है की लड़के वाले यह ना समझे कि लड़की वाले कमजोर है.

लड़की के साथ अगर कुछ गलत होता है तो हम घर वाले उसके साथ खड़े रहेंगे. 

यह शक्ति प्रदर्शन का तरीका है, जो दिखाने के लिए होता है. 

इसके बाद लोग बारातियों का भव्य रूप से स्वागत करते हैं और गले मिलते हैं.