अरहर दाल की कीमतों में आएगी कमी, जानिए कब तक

पिछले कुछ समय से अरहर की दाल का भाव लगातार बढ़ रहा है जिसे काबू में करने के लिए सरकार ने अहम कदम उठाए हैं

दाल की बढ़ती किमतो को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने 31 अक्टूबर तक तुअर और उड़द की दाल पर स्टॉक लिमिट लगाने का फैसला किया है

भारत सरकार ने अरहर आयात करने के मकसद से म्यांमार के साथ बातचीत कर रही है

भारत के दलहन आयात सेक्टर में अरहर और उड़द की 70 फीसदी हिस्सेदारी है। म्यांमार इन दोनों दालों का एक उत्पादक है

भारत ने निजी कारोबारियों के जरिए 250,000 टन उड़द और 100,000 टन अरहर आयात करने के लिए समझौता किया है

तुअर या अरहर दाल का औसत रिटेल प्राइस 2 जून को 19% बढ़कर 122.68/ किलो हो गया है

जबकि एक साल पहले अरहर की दाल का भाव 105.05 रुपये प्रति किलो था

कर्नाटक के प्रमुख थोक बाजार कालाबुरागी में 13 मई को दाल की कीमतें बढ़कर 8,729-9142 रुपये प्रति क्विंटल पहुंच गईं

ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए आयातक म्यांमार में उड़द की जमाखोरी कर रहे हैं। एक अधिकारी ने बताया कि म्यांमार में उड़द की कोई कमी नहीं है