बैंकों को बजट से ये मिला तो होगी बल्ले-बल्ले

बैंकिंग इंडस्ट्री को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के यूनियन बजट से ज्यादा उम्मीद नहीं है

पिछले कुछ सालों में इंडियन बैंकिंग सेक्टर की सेहत में काफी सुधार हुआ है. बैड लोन में कमी आई है

सरकार से पूंजी मिलने से सरकारी बैंकों को दो तरह से फायदा होता है

पहला, उन्हें Regulatory Requirements का पालन करने में मदद मिलती है

 दूसरा, उन्हें कर्ज की बढ़ती मांग का फायदा उठाने में मदद मिलती है

FY2017 के बजट में सरकारी बैंकों को 25,000 करोड़ रुपये की पूंजी उपलब्ध कराने का ऐलान हुआ था

केंद्र सरकार और राज्य सरकारों की स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में 57.49% हिस्सेदारी है

इंडियन ओवरसीज बैंक में 96.38% और यूको बैंक में 95.39% हिस्सेदारी है