अपने पसंदीदा डोसे के बारे में क्या आप जानते हैं, ये बातें

लोग मानते हैं कि डोसे का असली तौर पर जन्म उडुपी में हुआ.

माना जाता है कि एक ब्राह्मण ने चावल की शराब बनाने की कोशिश की.

पुराने समय में ब्राह्मणों के लिए मदिरा सेवन प्रतिबंधित था.

ब्राह्मण रसोइए ने खुद चावल का किण्वन करके उसे बनाने की कोशिश की.

लेकिन ब्राह्मण को इस काम में सफलता नहीं मिली.

लिहाजा उसने बैटर गुस्से से गर्म पैन पर उडेल दिया.

बैटर कुरकुरी पपड़ी में बदला और स्वादिष्ट बन गया.

ब्राह्मण ने जब इस पपड़ी को चखा तो बहुत स्वादिष्ट था.

डोसे में चावल और उड़द 2:1 के अनुपात में होते हैं.

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