धुमकुड़िया का आदिवासी समाज में है विशेष महत्व

धुमकुड़िया आदिवासी समाज का एक प्राचीन स्कूल है.

यहां युवाओं को नृत्य संगीत और समाज की जानकारी दी जाती है.

लोक कथाओं, संगीत और कहावतों का भी प्रशिक्षण दिया जाता है.

लड़कों को कृषि की बारीकियां सिखाई जाती है.

यहां अपने समाज की भाषा संस्कृति से रूबरू होने का मौका मिलता है.

लड़कियों को सिलाई और परिवार चलाने का प्रशिक्षण दिया जाता है.

लड़कियों की धुमकुड़िया को चलाने ज्यादातर विधवा होती हैं.

धुमकुड़िया से जुड़े युवक युवतियों पर निगरानी रखी जाती है.

ताकि वह गलत रास्ते पर ना जाएं और उनमें ऐसे संस्कार .