कान्हा की नगरी में फाग महोत्सव की शुरुआत

वृंदावन में स्थित प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर की होली पूरी दुनियाभर में मशहूर है

यहां होली खेलने के लिए सिर्फ देश से नहीं बल्कि विदेशों से भी लोग आते हैं. मथुरा-वृंदावन में होली का उल्लास कई दिनों तक चलता है

वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में मनाई जाने वाली होली मुख्य होली से पहले एक दिन पहले होली मनाई जाती है

यहां आकर आपके मन को अलग ही शांति मिलती है जो आप पूरे जीवन भर नहीं भुला पाएंगे

हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन महाने की पूर्णिमा को होली मनाई जाती है. रंगों का त्योहार होली पारंपरिक तरीके से दो दिन मनाई जाती है

पहले दिन होलिका जलाई जाती है. जिसे होलिका दहन कहते हैं, दूसरे दिन लोग एक दूसरे के ऊपर अबीर-गुलाल लगाते हैं. इस साल 25 मार्च को मनाई जाएगी

अगर आप भी भारत की सबसे लोकप्रिय होली खेलना चाहते हैं तो आपको भी वृंदावन जाना चाहिए. यहां की होली दुनिया भर में मशहूर है

वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में मुख्य होली से पहले फूलों से होली खेली जाती है

 जिस दिन फूलों वाली होली खेली जाती है. उस दिन ठाकुर जी को सफेद वस्त्र पहनाए जाते हैं. उनका पूरी तरह से श्रृंगार किया जाता है

दिल्ली से अगर आप बस या अपनी कार/बाइक के जरिए वृंदावन जाना चाहते हैं तो यमुना एक्सप्रेस से होते हुए जा सकते हैं

दिल्ली से वृंदावन की दूरी लगभग 180 KM की है. इस सफर को तय करने में आपको लगभग 3 घंटे का समय लगता है

इस सफर के लिए कई प्राइवेट और सरकारी बसें भी उपलब्ध हैं