आटे का चोकर, काला तिल और...होली पर कर दीजिए ऐसा टोटका, जानें पूरी विधि

24 मार्च को होलिका दहन और उसके अगले दिन 25 मार्च को रंग खेला जाएगा.

होली को लेकर छत्तीसगढ़ में तरह तरह की मान्यताएं  हैं. 

होली को लेकर छत्तीसगढ़ में तरह तरह की मान्यताएं  हैं. 

 कोरबा के पंडित दशरथनंदन द्विवेदी कहते हैं भद्राकाल में होलिका दहन वर्जित है.

इस वर्ष 24 मार्च को रात 10:30 बजे तक भद्रा का साया है.

इसलिए इस साल रात 10:30 के बाद होलिका दहन किया जाएगा.

अगर किसी व्यक्ति की जिंदगी में अशांति है या ऊपरी बाधा से परेशान हैं.

तो आटे का चोकर, काला तिल और लाल मिर्च को सात बार अपने ऊपर घुमा के होलिका की अग्नि में डाल दें. 

इससे आपके जीवन मे शांति आएगी और ऊपरी बाधा से मुक्ति मिलेगी.