रमजान में करते हैं ये गलतियां तो इबादत नहीं होगी पूरी!

रमजान का पवित्र महीना मुस्लिम समुदाय के लिए  बेहद महत्वपूर्ण है. 

इस महीने में मुसलमान भूखे-प्यासे रहकर रोजे रखते हैं.

इस्लामिक कैलेंडर के इस नवें महीने को सभी महीनों का सरदार कहा गया है. 

अल्लाह ने रोजों को हर काबिल मुसलमान के ऊपर फर्ज के रूप में फरमाया है.

भूखे प्यार से रहकर किए जाने वाले रोजा के असल नियम कुछ और होते हैं.

रमजान के रोजे हर मुसलमान बालिक, मर्द और औरत को रखना फर्ज है.

सिर्फ बीमार व्यक्तियों के लिए रोजा न रखने की इजाजत है.

 रोजा रखने के दौरान इंसान खाने पीने से तो बचता ही है. 

इसी प्रकार आदमी को हराम चीजों से भी बचना चाहिए.