GPS की तरह काम करता है पक्षियों का दिमाग

कई जानवर पृथ्वी की मैग्नेटिक फील्ड को महसूस कर सकते हैं.

इसका उपयोग वे दूर तक आने जाने के लिए करते हैं.

प्रवासी पक्षी इसके जरिए मैग्नेटिक जानकारी का उपयोग उपकरण की तरह करते हैं.

इसमें पक्षियों के दिमाग का एक खास हिस्सा जिसे क्लस्टर एन कहते हैं, काम करता है.

पक्षी क्लस्टर एन का उपयोग कर ही मैग्नेटिक फील्ड की पहचान करते है.

क्लस्टर एन तभी सक्रिय होता है जब पक्षी प्रवासन के लिए प्रेरित होते हैं.

वे उसी समय अपने इस मैग्नेटिक दिशासूचक यंत्र का उपयोग करते हैं.

सफेद गले वाली गौरैया रात को क्लस्टर एन सक्रिय और दिन में बंद कर सकते हैं.

दिमाग का यह क्षेत्र पक्षियों के दिशा सूचक यंत्र को सक्रिय करने लिए काम आता है.