Chaitra Navratri 2024: इस दिशा में करें कलश स्थापना!

इस साल 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि की शुरूआत हो रही है.

चैत्र नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना का विशेष महत्व है.

कलश स्थापना से ही घर में देवी का आगमन होता है.

कलश स्थापना के बाद आदि शक्ति की उपासना शुरू होती है.

मिट्टी के कलश पर स्वास्तिक का निशान बनाना चाहिए और उस पर मौली जरूर बांधनी चाहिए.

कलश में सर्व औषधिय, कुशा, चावल, पुष्प और सिक्का डालकर गंगा जल भरना चाहिए.

इसके बाद उस पर जटादार नारियल रखकर उन्हें चुनरी और वस्त्र अर्पण करना चाहिए.

फिर धूप, दीप, अगरबत्ती से विधिवत उनकी पूजा करनी चाहिए.

कलश स्थापना करने के लिए ईशान कोण यानी उत्तर पूर्व दिशा को सबसे शुभ माना जाता है.

ईशान कोण देवी-देवताओं का स्थान माना जाता है.