भारत के इन मंदिरों में आता है करोड़ों का चढ़ावा

तिरुमाला तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर तिरुमाला पहाड़ियों के बीच स्थित है. यह मंदिर सालाना 650 करोड़ रुपये का दान प्राप्त करता है.

मीनाक्षी मंदिर मदुरै में है. इसे "स्वर्ण मंदिर" कहा जाता है क्योंकि इसका शिखर सोने से जड़ा हुआ है. इसकी कीमत 6 करोड़ रुपये है. मीनाक्षी मंदिर दुनिया के सबसे बड़े मंदिरों की सूची में है.

साईं बाबा मंदिर महाराष्ट्र के शिरडी में स्थित है. साईं बाबा जिस सिंहासन पर बैठते हैं वह 94 किलो सोने से बना है. इसकी संपत्ति 320 करोड़ रुपये से ज्यादा है.

सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई में है. भगवान गणेश का यह मंदिर भारत के सबसे अमीर मंदिरों में से एक है. यहां कुल 125 करोड़ रुपये की संपत्ति दर्ज की गई है.

गुजरात का सोमनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. मंदिर की कुल संपत्ति लगभग 90,000 करोड़ रुपये की है. मंदिर में दो सुनहरे नारियल के गोले हैं जो कीमती पत्थरों से जड़े हुए हैं.

तिरुवनन्तपुरम में श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर का निर्माण 16वीं शताब्दी में हुआ था. इस मंदिर की कुल संपत्ति 500 करोड़ रुपये आंकी गई है.

जगन्नाथ पुरी मंदिर हर साल 350,000 से अधिक श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है. मंदिर में सालाना लगभग 150 करोड़ रुपये आते हैं. इसके अलावा इसे हर साल 1.72 करोड़ रुपये से ज्यादा का दान मिलता है.

अमृतसर के गोल्डन टेम्पल में सालाना दान 200 करोड़ रुपये से अधिक आता है. इसके अलावा 500 किलोग्राम शुद्ध 24 कैरेट सोने का एक सोना चढ़ाया हुआ गुंबद है, जिसकी कीमत 130 करोड़ रुपये है.

मंदिर का निर्माण 2005 में साधु स्वामी महाराज द्वारा किया गया था. यह पम्पा नदी के तट पर स्थित है  मंदिर की कीमत 500 करोड़ है.

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