कभी नहीं रहेगा Heart Failure का डर अगर आज से खाने लगे ये औषधियां

Moneycontrol News June 20, 2024

By Roopali Sharma

हार्ट अटैक का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. खानपान में गड़बड़ी और खराब जीवनशैली के कारण हार्ट से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है

हार्ट अटैक का खतरा

हार्ट से जुड़ी बीमरियों से बचने के लिए डाइट और लाइफस्टाइल का विशेष ध्यान  रखना चाहिए. नसों या आर्टरी में ब्लॉकेज के कारण हार्ट की बीमारियों का  खतरा कई गुना बढ़ जाता है

बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है

आर्टरी में ब्लॉकेज की वजह से ब्लड सप्लाई प्रभावित होती है और इसकी वजह से कार्डियक अरेस्ट और दिल का दौरा पड़ने का खतरा रहता है

आर्टरी ब्लॉकेज के कारण

हार्ट अटैक के खतरे से कैसे बचें? आयुर्वेद में इसका बेहतरीन इलाज बताया गया है. इस स्थिति से बचने के लिए कुछ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का सेवन फायदेमंद है

हार्ट अटैक के खतरे से कैसे बचें

आइए इस विस्तार से जानते हैं हार्ट ब्लॉकेज और आर्टरीज में ब्लॉकेज को रोकने में फायदेमंद हर्ब्स के बारे में

फायदेमंद हर्ब्स के बारे में

हार्ट ब्लॉकेज या आर्टरी ब्लॉकेज को कम करने के लिए तुलसी के पत्तों के रस का सेवन बहुत फायदेमंद होता है. इसे हार्ट ब्लॉकेज की देसी दवा भी कहा जाता है

तुलसी के पत्तों का रस

अदरक की पत्तियां एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती हैं.  अदरक की पत्तियां धमनियों में प्लाक के निर्माण को कम करने में भी मदद करती हैं. जिससे ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है

अदरक की पत्तियां

हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व पाया जाता है, जो ब्लड क्लॉटिंग रोकने और नसों में ब्लॉकेज को रोकने में फायदेमंद होता है. हार्ट ब्लॉकेज से बचने के लिए गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर पीने से फायदा मिलता है

हल्दी

नीम के पत्ते को जीवाणुरोधी और एंटीफंगल गुणों के लिए जाना जाता हैं.  यह धमनियों को साफ करने में प्रभावी रूप से काम करता हैं

नीम का पत्ता

अर्जुन की छाल में मौजूद गुण हार्ट ब्लॉकेज को रोकने में बहुत मदद करते हैं. इसके सेवन के लिए अर्जुन के छाल को पानी में डालकर खूब उबालें.  जब पानी आधा रह जाए तो इसे ठंडा करके घूंट-घूंट पियें. यह हार्ट ब्लॉकेज के लिए सबसे बढ़िया इलाज है

अर्जुन की छाल

हार्ट में ब्लॉकेज के लक्षण दिखने पर मरीज को सबसे पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए. डॉक्टर गंभीरता के आधार पर जांच करते हैं और उसके बाद  इलाज शुरू किया जाता है

डॉक्टर की सलाह