पं. नहरू के लिए कश्मीर से दिल्ली जाता था पानी

पं. नहरू के लिए कश्मीर से दिल्ली जाता था पानी

कश्मीर किसी जन्नत से कम नहीं हैं. यहां दुनिया भर से टूरिस्ट आते हैं.

कश्मीर किसी जन्नत से कम नहीं हैं. यहां दुनिया भर से टूरिस्ट आते हैं.

मुगल सम्राट शारजहां ने बेटे के लिए श्रीनगर में चश्म-ए-शाही बाग बनवाया था. 

मुगल सम्राट शारजहां ने बेटे के लिए श्रीनगर में चश्म-ए-शाही बाग बनवाया था. 

मुगल सम्राट शारजहां ने बेटे के लिए श्रीनगर में चश्म-ए-शाही बाग बनवाया था. 

मुगल सम्राट शारजहां ने बेटे के लिए श्रीनगर में चश्म-ए-शाही बाग बनवाया था. 

पंडित नेहरू के लिए पानी इसी झरने से श्रीनगर से दिल्ली जाता था.

पंडित नेहरू के लिए पानी इसी झरने से श्रीनगर से दिल्ली जाता था.

108 मीटर लंबा और 38 मीटर चौड़ा यह बगीचा 1 एकड़ में फैला है. 

108 मीटर लंबा और 38 मीटर चौड़ा यह बगीचा 1 एकड़ में फैला है. 

खूबसूरत फूल और पानी के फव्वारे बिना किसी बिजली मोटर चलते हैं.

खूबसूरत फूल और पानी के फव्वारे बिना किसी बिजली मोटर चलते हैं.

सैलानी इस बाग में घूमने आते हैं और और यहां का मीठा शुद्ध पानी पीते हैं.

सैलानी इस बाग में घूमने आते हैं और और यहां का मीठा शुद्ध पानी पीते हैं.

झरने का पानी इतना मीठा और साफ है कि अंग्रेज भी यहां से पानी मंगवाते थे.

झरने का पानी इतना मीठा और साफ है कि अंग्रेज भी यहां से पानी मंगवाते थे.

चश्म-ए-बाग सैलानियों के लिए मार्च से नवंबर तक खुलता है.

चश्म-ए-बाग सैलानियों के लिए मार्च से नवंबर तक खुलता है.

अप्रैल से अक्टूबर यहां फूल खिलते हैं. सर्दियों में यह बंद रहता है.

अप्रैल से अक्टूबर यहां फूल खिलते हैं. सर्दियों में यह बंद रहता है.

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