सावन में करें शिवपुत्र को प्रसन्न, अयोध्या के पंडित से जानें विधि

भगवान शंकर को समर्पित सावन का महीना कई व्रत और त्योहारों से भरा हुआ है.

हिंदू पंचांग के मुताबिक साल के प्रत्येक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है.

संकष्टी चतुर्थी को गजानन चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है.

भगवान गणेश अपने भक्तों के लिए विघ्नहर्ता माने जाते हैं. 

इस दिन भगवान गणेश की विधि विधान पूर्वक पूजा आराधना की जाती है.

इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान-ध्यान करके, भगवान को तिलक और पुष्प अर्पित किया जाता है और मोतीचूर के लड्डू का भोग भी लगाया जाता है.

यह पूजा सुख-शांति और समृद्धि के लिए विशेष महत्व रखती है.

माना जाता है इस दिन किए गए पूजा से भगवान गणेश जल्द ही प्रसन्न होते हैं.

विघ्नहर्ता भगवान गणेश अपने भक्तों की सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं, साथ ही उन्हें ऐश्वर्य की प्राप्ति भी होती है.