क्यों पड़ा दिल्ली के इस गेट का नाम अजमेरी गेट?

अजमेरी गेट ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी रहा है

इसका निर्माण 1644 से 1649 के बीच हुआ था.

ये गेट दिल्ली के "शाहजहानाबाद" शहर का हिस्सा था.

शाहजहानाबाद चारों ओर से मजबूत गेटों से घेरा गया था.

अजमेरी गेट इन्हीं महत्वपूर्ण गेटों में से एक है.

ये दिल्ली से अजमेर जाने वाले रास्ते पर स्थित था.

अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह है.

ये इस्लाम धर्म के अनुयायियों के लिए एक पवित्र स्थल है. 

इसलिए इस गेट को अजमेरी गेट नाम दिया गया था.