जब हो प्रोफाइल वर्क फ्रॉम होम तो आएंगे यह टिप्स आपके काम!

By Roopali Sharma

Moneycontrol News July 17, 2024

इन दिनों ज्यादातर लोगों को घर से काम करना ज्यादा  सुविधाजनक लगने लगा है. कोरोना काल के बाद से कंपनियों ने भी अपने एंप्लॉइज को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा देना शुरू कर दिया है

वर्क फ्रॉम होम 

वर्क फ्रॉम होम में ऑफिस का प्रेशर बढ़ जाता है.कभी-कभी काम का तनाव इतना ज्यादा बढ़ जाता है कि घर और ऑफिस के बीच में संतुलन बनाना मुश्किल हो जाता है

ऑफिस का प्रेशर

ऐसे में न तो ठीक से ऑफिस का काम होता है, न ही अन्य काम. ‘वर्क लाइफ बैलेंस बनाने के लिए एक सही योजना बनानी जरूरी है

वर्क लाइफ बैलेंस बनाने के लिए

घर में काम करते वक्त घर में कभी टीवी चलने लगता, कभी फोन बजता, कभी कोई बच्चा चिल्लाने लगता, ऐसे माहौल में भटकाव पैदा होता है. इससे भी काम करने  की कार्यकुशलता पर असर पड़ता है

माहौल में भटकाव

काम को अपने निजी समय में शामिल न होने दें.  स्वस्थ कार्य-जीवन बैलेंस बनाए रखने और ओवर वर्किंग करने से बचने के लिए लिमिट समय निर्धारित करें

वर्किंग लिमिट सेट 

बेड पर काम करने से आपकी प्रॉडक्टिविटी पर असर पड़ता है. बेड वास्तव में  आपका रिलैक्सिंग स्पेस है और ऐसे में अगर आप वहां पर काम करती हैं तो इससे  आपका माइंड काम नहीं कर पाता है

बिस्तर से काम करना

बिना ब्रेक के लगातार काम करने से बर्नआउट हो सकता है.  आराम करने और रिचार्ज करने के लिए नियमित रूप से छोटे ब्रेक लें, इससे कार्य फोकस में सुधार होगा

ब्रेक लें 

एक साथ कई काम करने की कोशिश करने से गलतियाँ हो सकती हैं और कार्यकुशलता कम हो सकती है.  इसलिए एक समय में एक ही काम पर ध्यान दें

मल्टीटास्किंग 

काम को टालने से आखिरी समय में तनाव हो सकता है और काम का बोझ बढ़ सकता है.  अपने समय का प्रभावी ढंग से प्रबंधन करने के लिए अनुशासित रहें और शेड्यूल का पालन करें

टालमटोल

घर से काम करने से आप अलग-थलग महसूस कर सकते हैं.  जुड़े रहने और काम के लक्ष्यों के साथ तालमेल बनाए रखने के लिए वीडियो कॉल, चैट के ज़रिए अपनी टीम के साथ नियमित संवाद बनाए रखें

कम्युनिकेशन बनाएं रखें 

ऊर्जावान और केंद्रित रहने के लिए नियमित व्यायाम और स्वस्थ भोजन को अपनी दिनचर्या में शामिल करें

उनहेल्दी आदतें