चांदीपुरा वायरस

Rohit Jha/Lifestyle

1966 में पहली महाराष्ट्र में इससे जुड़ा केस रिपोर्ट किया गया था

नागपुर के चांदीपुर में इस वायरस की पहचान हुई थी

इसी लिए इसका नाम चांदीपुरा वायरस पड़ गया

2004 से 2006 और 2019 में आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में रिपोर्ट किया

चांदीपुरा वायरस एक RNA वायरस है, जो मादा फ्लेबोटोमाइन मक्खी से फैलता है

इसके फैलने के पीछे मच्छर में पाए जाने वाले एडीज जिम्मेदार हैं

चांदीपुरा वायरस होने से रोगी को बुखार की शिकायत होती है

इसमें फ्लू जैसे ही लक्षण होते हैं और तेज एन्सेफलाइटिस होती है

एन्सेफलाइटिस एक ऐसी बीमारी है, जिससे दिमाग में सूजन की शिकायत होती है

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