11वीं शताब्दी पुराना है  कोटेश्वर धाम, 108 उपलिंगों में है शामिल

कोटेश्वर धाम में साल भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता हैं.

 दूर दूर से श्रद्धालु अपनी मनोकामना लेकर यहां आते हैं. 

इस मंदिर का निर्माण 11 वी शताब्दी में हुआ था.

कोटेश्वर महादेव मंदिर पूर्व की ओर मुख किए हुए है.

मंदिर में मुख मंडप, महा मंडप, अंतराला और अभ्यारण्य शामिल हैं.

हाल ही में मुख मंडप और महा मंडप जोड़े गए हैं.

गर्भगृह में एक गोलाकार योनी के भीतर एक शिव लिंग है.

कोटेश्वर धाम मंदिर में कल्चुरी कालीन कलाकृतियां देखी जा सकती है.

यहां दधिचि ऋषि की तपोभूमि है और उनके तप करने का भी उल्लेख मिलता है.