भांग है औषधीय गुणों से भरपूर, मानते हैं  पवित्र पौधा

अथर्ववेद में भांग के पौधे को पांच सबसे पवित्र पौधों में से एक बताया गया है

वेदों में जिस सोमरस का जिक्र है, वह इस पौधे से ही तैयार किया जाता था

यहां तक कि हम उसको अपने भगवान को भी अर्पित करते रहे हैं

इसकी कलियों और पत्तियों को सुखा कर गांजा तैयार किया जाता है

इस पौधे में पाए जाने वाले चिपचिपे पदार्थ से चरस तैयार की जाती है

भारत में दो प्रजातियां पायी जाती हैं कैनबिस इंडिका और कैनबिस सटाइवा

WHO के अनुसार यह कैंसर सहित कई बीमारियों के इलाज में कारगर है

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