दुनिया भर में प्लास्टिक के उपयोग ने गंभीर प्रदूषण को जन्म दिया है.

माइक्रोप्लास्टिक अब हवा, पानी, मिट्टी, भोजन और मानव अंगों में घुस गया है.

माइक्रोप्लास्टिक एक गंभीर स्वास्थ्य और पर्यावरणीय मुद्दा है.

माइक्रोप्लास्टिक मानव स्वास्थ्य और पारिस्थितिकी तंत्र पर खराब असर डालता है.

माइक्रोप्लास्टिक दिमाग सहित दूसरे मानव अंगों में जमा हो रहे हैं.

वैज्ञानिकों ने प्लास्टिक प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए तत्काल कार्रवाई करने की मांग की.

इंसान के फेफड़ों, किडनी, जोड़ों और अस्थि मज्जा में प्लास्टिक के कण पाए गए.