जानें अकाल मृत्यु के पितरों के लिए सही श्राद्ध तिथियां

पितृपक्ष 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चलेगा.

तर्पण और श्राद्ध गया जैसे पवित्र स्थलों पर किया जाता है.

देवघर के ज्योतिषाचार्य नंदकिशोर मुद्गल ने बताया कि,

सही तिथि पर श्राद्ध करना शुभ होता है.

अकाल मृत्यु के लिए अष्टमी तिथि पर श्राद्ध करें.

अष्टमी पर न हो सके तो सर्वपितृ अमावस्या पर श्राद्ध करें.

दोपहर के बाद श्राद्ध करने का सही समय.

अष्टमी या अमावस्या पर श्राद्ध से शांति मिलती है.

तर्पण से पितरों की आत्मा संतुष्ट होती है.