भोपाल स्थित ताज-उल-मस्जिद भारत की सबसे विशाल मस्जिदों में एक है. इसे रानी शाहजांह बेगम द्वारा बनवाया गया था.
उत्तरी कर्नाटक में मालाप्रभा नदी के किनारे बेहद भव्य विरुपाक्ष मंदिर निर्मित है. इसे राजा विक्रमादित्य द्वितीय की पत्नी रानी लोका महादेवी ने बनवाया था.
इतिमाद-उद-दौला एक स्मरणीय मकबरा है जिसे मुगल महारानी नूरजहां, सम्राट जहांगीर की पत्नी ने अपने पिता मिर्ज़ा गियास बेग के लिए बनवाया था.
कुदसिया बाग दिल्ली में है. इसका निर्माण 1748 में मुगल सम्राट मोहम्मद शाह रंगीला की पत्नी कुदसिया बेगम ने करवाया था.
रानी की वाव गुजरात के पाटन में है. इसका निर्माण 11वीं शताब्दी में रानी उदयमती ने अपने पति राजा भीमदेव प्रथम के स्मारक के रूप में करवाया था.
फतेहपुरी मस्जिद दिल्ली के चांदनी चौक में स्थित है. इसका निर्माण मुगल बादशाह शाहजहां की पत्नी फतेहपुरी बेगम ने 1650 में करवाया था.
रोशनारा बाग, 1650 में राजकुमारी रोशनारा द्वारा पुरानी दिल्ली में बनवाया गया था. यह तब का सबसे बड़ा बगीचा था.
दक्षिणेश्वर काली मंदिर पश्चिम बंगाल में स्थित है. इस मंदिर का निर्माण 1855 में एक काली मां की भक्त रानी रशमोनी द्वारा किया गया था.
1860 में बनी मोती मस्जिद भोपाल में स्थित है. इसे सिकंदर बेगम द्वारा बनवाया गया था.
गुलमर्ग की सुरम्य वादियों के बीच लाल छत वाले इस मंदिर का निर्माण 1915 में महाराजा हरि सिंह की पत्नी मोहिनी बाई सिसोदिया ने करवाया था.