टाटा को भारत के सबसे अमीर परिवार में गिना जाता है.
इसी परिवार में 28 मार्च 1874 को शापुरजी सकलतवाला का जन्म हुआ.
वह जमशेदजी टाटा के भांजे थे, जिन्होंने टाटा समूह की स्थापना की थी.
शापुरजी की परवरिश उनके मामा जमशेदजी ने ही की थी.
अपने भाइयों के उलट वह कभी टाटा समूह चलाने के लिए आगे नहीं आए.
शापुरजी की दिलचस्पी राजनीति में थी और एक वक्त ब्रिटेन में उनकी तूती बोलती थी.
वह कट्टर कम्यूनिस्ट विचारधारा वाले नेता थे, जो आगे चलकर ब्रिटेन में सांसद तक बने.
उन्होंने ब्रिटिश संसद में भारत की आजादी के लिए आवाज उठाई.
ब्रिटेन में एक विरोधी सांसद ने तो उन्हें खतरनाक कट्टरपंथी तक कह दिया था.
शापुरजी ने महात्मा गांधी के अहिंसा के विचारों को लेकर उनसे टकराव भी मोल ले लिया था.