Praveen Singh
भारतीय छात्रों के बीच पढ़ाई और जॉब के लिए अमेरिका पापुलर डेस्टिनेशन है.
साइंस, इंजीनियरिंग और मैथ्स के छात्रों को यहां 3 साल की ऑप्शनल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग मिलती है.
ओपीटी के जरिए अमेरिका में पढ़ाई के बाद काम करने की इजाजत मिल जाती है.
यहां जॉब पाने का सबसे आसान रास्ता H-1B वीजा हासिल करना है. इससे कंपनियां विदेशियों को हायर करती हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में H-1B वीजा के लिए स्पांसर करने के मामले में 4 स्टेट की कंपनियां सबसे आगे हैं.
H-1B वीजा स्पांसर करने में आगे रहने वाली कंपनियां वाशिंगटन, उत्तरी कैरोलिना, टेक्सास और मिशिगन स्टेट की हैं.
कैलिफोर्निया, टेक्सास और न्यूयॉर्क की कंपनियां 39% H-1B वीजा स्पांसर करती हैं.
न्यू मैक्सिको, नेवाडा, कोलोराडो, टेनेसी और मोंटाना में पढ़ने वाले विदेशी छात्रों को भी आसानी से नौकरी मिल रही है.
यह दावा इंटीड और जॉब सर्च प्लेटफॉर्म ने 'कनेक्टिंग डॉट्स: हाउ इंटरनेशनल स्टूडेंट्स आर फाइंडिंग यूएस जॉब्स' नाम की रिपोर्ट में किया है.