वाह! 'दाल के कटोरे' में उगाया धान

भारत को कृषि प्रधान देश माना जाता है.

 लखीसराय जिला के बड़हिया और मोकामा का टाल क्षेत्र दाल की खेती के लिए देशभर में मशहूर है.

 इस कारण इसको दाल का कटोरा भी कहा जाता है, लेकिन यह क्षेत्र देशभर में अब दाल के साथ-साथ चावल के लिए भी जाना जाएगा.

 यहां रहने वाले किसान दीपक सिंह ने नामुकिन कार्य को मुमकिन कर सभी को चौंका दिया है.

 दीपक सिंह ने बड़े पैमाने पर गर्मा धान की खेती कर क्षेत्र के किसानों के लिए मिसाल कायम कर दिया है.

 कंचन प्रजाति की बीज को लाकर खेतो में लगाया जाता है.

करीब 90 से 105 दिनों की अवधि में फसल तैयार हो जाती है.

आने वाले समय में इससे दूसरे किसानों को भी काफी लाभ मिलेगा.

इस बार धान की फसल को 53 एकड़ में लगाया गया है और प्रति एकड़ 5 हजार की आमदनी की उम्मीद की गयी है.