ऐसा माना जाता है कि विवाहित महिलाएं सुख, सौभाग्य और पुत्र रत्न की प्राप्ति के लिए सावन सोमवार का व्रत रखती हैं.
वहीं अविवाहित महिलाएं अपने विवाह के लिए सावन सोमवार का व्रत रखती है.
सावन सोमवार व्रत के दिन दान किया जाए तो कुंडली में अशुभ ग्रहों का प्रभाव समाप्त होता है.