80 प्रतिशत दिव्यांग होने के बावजूद उदयपुर के एक व्यक्ति ने लद्दाख की खतरनाक दर्रा पार कर विश्व रिकॉर्ड बना दिया.
42 किलोमीटर की दूरी वाला यात्रा मार्ग पांच हजार फीट ऊंचाई पर है, जिसमें आने-जाने में करीब सात घंटे का समय लगा.
कड़ाके की ठंड और दुर्गम पहाड़ियों वाली जगह को डॉ. सिंह ने क्वाड बाइक पर ही पार कर दिया.
ये उपलब्धियां केवल एक व्यक्तिगत जीत नहीं हैं, बल्कि पूरे दिव्यांग वर्ग के लिए बहुत गर्व और प्रेरणा का क्षण हैं.
डॉ. सिंह ने इससे पहले भी एकेडमिक एक्सीलेंस का अनूठा विश्व रिकॉर्ड बनाया था.
डॉ. सिंह को 123 डिग्रियां, डिप्लोमा तथा सेटिफिकेट्स हासिल करने का गौरव प्राप्त है.
डॉ. सिंह को मालदीव में सफलतापूर्वक स्कूबा डाइविंग और पैरा वर्ग में पिस्टल शूटिंग में राज्य का स्वर्ण पदक भी प्राप्त है.