सावन में महिलाओं को लुभा रही 'कोटा डोरिया लहरिया', बढ़ी डिमांड

सावन में महादेव की पूजा के साथ ही महिलाओ में लहरिया ड्रेस को लेकर भी काफी क्रेज देखा जाता है.

राजस्थानी लहरिया भी सावन महीने के साथ ही बाजार में उल्लास की लहरें लेकर आया है. 

उदयपुर के मुख्य सारी बाज़ार माने जाने वाले मालदास स्ट्रीट के जय श्री साड़ी वाली दुकान काफी प्रसिद्ध है.

दुकानदार ने बताया को इस बार ख़ास तौर पर कोटा डोरिया के लहरियो की डीमांड बढ़ी है.

इसके साथ ही समदरिया और भोपालशाही लहरियो की डीमांड भी अधिक है. 

करीब 300 रुपए से 5 हजार रुपए तक के अलग अलग लहरियां इन दिनो बाज़ार में आसानी से उपलब्ध है.

सावन में लहरिया पहनने का मुख्य उद्देश्य बारिश और पानी के मौसम को उत्सव के रूप में मनाना है.

लहरिया को एक तरह से सौभाग्य का प्रतीक माना गया है. 

हर उम्र की महिलाओं में इन का क्रेज बना हुआ है.