अंग्रेज भी खाते थे ये मालपुए

मालपुए तो आपने बहुत खाए होंगे लेकिन कभी मिनी मालपुआ खाया है. 

यह दिखने में जितना आकर्षक लगता है उतना ही इसका स्वाद भी गजब है. 

जयपुर के चौड़ा रास्ता की सकड़ी गलियों में स्थित सोमानी मिष्ठान भंडार है.  

जो पिछले 150 सालों से मिनी मालपुआ बनाता आ रहा है.  

बड़े—बड़े लोग इस दुकान के मिनी मालपुए के मुरीद हैं. 

मिर्च के टपोरों के साथ खाने पर इनका मजा दोगुना हो जाता है.

जब यहां मिनी मालपुआ बनना शुरू हुआ तो अंग्रेज भी इनके मिनी मालपुआ के दीवाने हो गए.

उस समय बड़े अंग्रेज अफसर इस दुकान के मालपुए खाने आते थे.

आज यहां मिनी मालपुआ 400 रुपये किलो मिलता है, जिसके लिए यहां लोगों की भीड़ उमड़ती है.