प्रभु राम से जुड़ा है इस आश्रम का इतिहास 

चित्रकूट में सरभंगा आश्रम आज भी मौजूद है.

प्रभु राम  वनवास काल में अमरावती के आश्रम और सरभंगा आश्रम में रुके थे. 

यहां वे वनवास काल के दसवें वर्ष के व्यतीत होने पर पहुंचे थे.

10 बार गंगा का स्नान करने से और एक बार सरभंगा आश्रम आने से आपको ज्यादा पुण्य मिलेगा.

संत राजेशानंद जी महराज बताते हैं कि भगवान राम का सरभंगा आश्रम और सुतीक्ष्ण आश्रम दोनों जाना हुआ था. 

दोनों ही स्थान हजारों वर्ष बाद आज भी वैसे ही शांति एवं राम-मय भक्ति को खुद में समेटे है. 

ये स्थान चित्रकूट से सटे मझगवां इलाके में स्थित है.

4 लाख वर्ष पुराना सरभंगा आश्रम सतयुग से लेकर आज तक आस्था का केन्द्र बना हुआ है.

पर्यटन के लिहाज से भी यह जगह काफी विकसित हो रही है.