OMG! 600 रुपये किलो वाला चावल

बिहार के बोधगया में बड़ी संख्या में विदेशी बौद्ध भिक्षु रहते हैं.

ये विदेशी बौद्ध भिक्षु इस बार धान की खेती कर रहे हैं.

लाओस से मंगाए गए स्टिकी राइस के पौधों को खेतों में लगा रहे हैं.

दरअसल थाईलैंड, लाओस, कंबोडिया सहित विभिन्न देशों के बौद्ध भिक्षु खुद धान की रोपनी कर रहे हैं.

लाओस या थाईलैंड में चिपचिपे चावल की कीमत 70-80 रुपये प्रति किलोग्राम है.

वहीं बोधगया में यह 500-600 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेचा जा रहा है.

स्टिकी राइस को चिपचिपा चावल भी कहते हैं क्यूंकि यह काफी चिपचिपा होता है.

इस कारण इसे बांस के बर्तन मे रखकर वाष्प से पकाया जाता है.

लाओस बौद्ध मंदिर के भिक्षु सायसाना बौंथवोंग बताते हैं कि यह एक तरह का मीठा चावल है.

इस चावल का प्रयोग विशेष पूजा या खास पर्व पर होता है.