Suzlon Energy 15 साल बाद कर्जमुक्त, निवेशकों का क्या बनेगा पैसा?

Suzlon Energy 15 साल बाद कर्जमुक्त, निवेशकों का क्या बनेगा पैसा?

सुजलॉन एनर्जी का लंबा इंतजार खत्म हुआ और 15 साल बाद कंपनी पहली बार कर्ज मुक्त हुई है

लंबे समय से इस स्टॉक में फंसे रहने के बाद सुजलॉन के शेयरधारकों के लिए यह अच्छी खबर है

साल 2007-08 में सुजलॉन एनर्जी का शेयर ₹400 पर मिल रहा था

जबकि 18 अगस्त 2023 को सुजलॉन के शेयर 0.51% की तेजी के साथ ₹19.80 पर बंद हुआ

आगे इस कंपनी का क्या प्लान है, आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं!

साल 2005 में सुजलॉन एनर्जी IPO लेकर आई थी जो पवन चक्की बनाने वाले देश की सबसे बड़ी कंपनी है

 इसके IPO को लोगों ने ग्रीन एनर्जी में निवेश करने का मौका देखा

सफल IPO के बाद शेयरों में तेजी जारी रही और साल 2008 में यह ₹400 के ऊपर पहुंच गए

लेकिन 2008 की क्राइसिस में दुनिया भर के बाजार तब क्रैश हुए जब सुजलॉन नए मार्केट में एंट्री करने की तैयारी में थी

इस ग्लोबल आर्थिक संकट के असर ने कंपनी की वित्तीय स्थिति कमजोर कर दिया और इसके शेयरों में गिरावट का सिलसिला शुरू हो गया

सुजलॉन एनर्जी को सहारा तब मिला, जब साल 2015 में सन फार्मा के मालिक दिलीप सांघवी ने 23% स्टेक लिया

लेकिन इसके पहले रिकवरी होती कोरोना महामारी आ गई और इसके सुजलॉन के शेयर ₹1.70 के अपने ऑल टाइम लो पर पहुंच गए

साल 2023 में सुजलॉन ने 6 साल बाद मुनाफा दर्ज किया

कंपनी ने QIP से  ₹2000 करोड़ जुटाए हैं जिनमें से ₹1500 करोड़ का इस्तेमाल कर्ज चुकाने में होगा

इसी के साथ करीब 15 साल बाद ये कंपनी पूरी तरह से कर्जमुक्त हो गई है