भिखारी क्यों बनाने लगे राखी?

मध्य प्रदेश के इंदौर में एक अनूठे प्रदर्शन में भिक्षुकों ने अपनी कलाकृतियों का प्रदर्शन किया है.

जिससे सुनकर आपको आश्चर्य होगा कि भिक्षुकों का हुनर भी किसी को आकर्षित कर सकता है.

उनकी कलाकारी को देखकर कोई सोच भी नहीं सकता कि यह किसी भिक्षुक की ओर से तैयार की गई है.

अपना जीवन गुजारने वाले भिक्षुकों की स्थिति को सुधारने के लिए एक संस्था की ओर से कदम उठाया गया है. 

संस्था ने भिक्षुक पुनर्वास केंद्र में राखी बनाने का प्रशिक्षण आयोजित किया है.

जिससे उन्हें आत्मनिर्भरता प्राप्त करने में मदद मिल सके. 

इन राखियों की बेचा जाएगा और इससे प्राप्त होने वाली राशि भिक्षुकों के लिए उपयोग की जाएगी. 

संस्था के प्रवेश केंद्र ने भिक्षुकों को न केवल उनके कौशल को पहचाना.

बल्कि उन्हें उनके अनुरूप काम में समर्थित करने का माध्यम प्रदान किया है.