विश्वास वह चिड़िया है जो तब रोशनी का अहसास करती है और गीत गुनगुनाती है जब सुबह से पहले रात का अंधेरा छट रहा होता है
तकाजा है वक्त का कि तूफान से जूझो कहां तक चलोगे किनारे-किनारे?
कश्ती चलाने वालों ने जब हारकर दी पतवार हमें लहर-लहर तूफान मिले और मौज-मौज मझदार मुझे
धरती की कोई ताकत उस विचार को नहीं रोक सकती जिसका समय आ चुका है
ज्यादा अनुदान, संवेदना सही शासन और कमजोर वर्ग के लोगों को राहत ही गुड गवर्नेंस की पहचान है