OMG! इस मंदिर में कैद हैं दो मासूम बच्चों की आत्मा, जानें रहस्य...
बिहार जिले के मनियर थाना क्षेत्र में एक प्राचीन मंदिर है, जिसमे एक धर्मशाला और एक पोखरा भी है.
200 साल पुराने इस मंदिर में दो अनाथ ब्राह्मण बच्चों की आत्माएं स्थापित हैं. जो अब लोगों के लिए हितकारी बन गई है.
यहां जो भी सच्चे मन से आता है. उसकी मुरादे बाबा अवश्य पूरा करते हैं.
200 साल पहले बिहार के चैनपुर में मनियर से बारात गई थीं, जहां एक तान्त्रिक महिला ने दोनों ब्राह्मणों को मारकर उनकी आत्माओं को डिब्बे में कैदकर लिया था.
विदाई के दौरान अपनी बेटी को उन डिब्बों को देते हुए कहा कि नाव से पार करते समय इन डिब्बों को नदी में फेंक देना.
लेकिन नाव में बारातियों के बीच उसकी बेटी यह काम करना भूल गई और अपने ससुराल में ले जाकर जाते के नीचे रख दी.
कालांतर में आत्माओं का प्रकोप बढ़ गया. जिसके बाद विद्वान पंडितों के द्वारा गांव से बाहर पोखरे के पास इनको स्थापित किया गया.
पूजा पाठ होने लगा लोगों को लाभ भी मिलने लगा. कालांतर में मन्दिर भी काफी विकसित हों गया.
मंदिर के पुजारी ने बताया कि इन अनाथ बेसहारा ब्राह्मण बच्चों कि आत्माएं माताओं की खाली गोद भर रही हैं और लोगों का कष्ट दूर कर रही हैं.
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