तेरे जैसा यार कहां...इसे कहते हैं असली दोस्ती!
आमतौर पर विद्यार्थी स्कूल रिक्शा, वैन या फिर साइकिल से आते हैं.
गुजरात के सूरत में एक छात्र पिछले चार साल से घोड़े से स्कूल आता जाता है.
8वीं कक्षा के 13 साल के छात्र का नाम कुश महेशभाई राठौड़ है.
कुश के घोड़े की उम्र करीब पांच साल है.
कुश को घोड़ी का बच्चा रास्ते में मिला था और फिर उसने इसे पाल लिया.
अब गांव और स्कूल में दोनों की दोस्ती मिसाल है.
मामला सूरत जिले का बारडोली तालुका के गांव खरवासा का है.
स्कूल के शिक्षक भी कुश का घोड़े के प्रति प्रेम देखकर अभिभूत हैं.
फुरसत के समय स्कूल के अन्य छात्र भी घोड़े के साथ खेलना पसंद करते हैं.
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