इस मंदिर में माता यशोदा भरती हैं सूनी गोद

भगवान कृष्ण और माता यशोदा मां और बच्चे के प्रेम का सबसे बड़ा उदाहरण है.

इस दुनिया में कई ऐसी महिलाएं हैं, जिन्हें संतान का सौभाग्य प्राप्त नहीं होता.

इंदौर में एक ऐसा मंदिर है जहां बीते कई वर्षों से निःसंतान महिलाओं की सूनी गोद भरी जाती है.

राजवाड़ा पर माता यशोदा का मंदिर है, जहां स्वयं श्री कृष्ण बाल रूप में माता की गोदी में बैठे हैं.

मंदिर में नियमित सेवा देने वाले मनीष दवे ने बताया कि यहां का इतिहास 200 वर्ष पुराना है.

मंदीर में श्री कृष्ण सहित राधा, रुखमणि, नंदबाबा, और ग्वाल बाल विराजित हैं.

मंदिर में श्रीफल और यशोदा माता की प्रतिमा के पास रखी जड़ीबूटि से गोद भरी जाती है.

जो संतान होने का आशीर्वाद स्वरूप होता है.

इन महिलाओं को एक खास पर्चा भी दिया जाता है जिसमें नियमों के बारे में लिखा होता है.