प्राचीन सभ्यता की पहचान है ये बर्तन

बुंदेलखंड अपनी पारंपरिक खूबियां के लिए अलग पहचान रखता है.

आज भी यहां कई इलाकों में परंपरागत ढंग से लोग अपना जीवनयापन करते हैं. 

 बुंदेलखंड के छतरपुर जिले में आज भी बांस के बर्तनों का लोग इस्तेमाल करते हैं. 

कई जगहों पर इनके कारीगर आज भी उन्हें बनाते हैं.

बांस का बर्तन शुद्ध प्राकृतिक माना जाता है.

शादी विवाह या अन्य मांगलिक कार्यों में बांस से बने बर्तनों का उपयोग होता है. 

यहां इसका उपयोग खेती किसानी एवं व्यापार के लिए किया जाता है. 

बड़े से बड़े वजन को भरकर ले जाने में भी बांस से बने बर्तन सक्षम होते हैं. 

आधुनिकता के दौर में आज भी लोग इसका उपयोग करते हुए देखे जा सकते हैं.