कभी कोयल नदी की निर्मल धारा में चलती थी बस
इतिहास के पन्नों को अगर हम खोले तो कुछ ऐसी यादें मिलती है.
जो दिल को सुकून दे जाती है पलामू जिला मुख्यालय डालते हैं.
क्या आपने कभी बस को नदी में तैरते देखा है. क्या आपने ऐसा सफर किया है.
जिसमें रिस्क भी हो और प्रकृति से इश्क का भी.
अगर नहीं तो इस नजारे में देखकर आप समझ हीं गए होगें कि कैसा नजारा है.
ये कहीं और नहीं डाल्टनगंज शहर के कोयल नदी की धारा है.
1981 से पहले डाल्टनगंज से गढ़वा जाने के लिए लोग इसी बस का सहारा लेते थे.
जिस जमाने में गिनती भर बस चलती थी. जिन्हें शाहपुर, चैनपुर और पनेरीबांध समेत आसपास के गांवों में जाना होता था.
नाव का सहारा लेते थे. उस जमाने बरसात में मौसम में नाव हीं नदी पार करने का सहारा था.
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