पीएम मोदी के 'मन की बात' से बदली तकदीर

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मन की बात’ की शुरुआत 3 अक्टूबर 2014 से हुई थी. 

यह कार्यक्रम न सिर्फ लोकप्रियता का रिकार्ड बना रहा है.

बिहार के बेगूसराय के युवा किसान रामनरेश सिंह उर्फ तुको को भी इसी कार्यक्रम ने प्रेरित किया.

2020 में टीवी पर मन की बात कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने किसानों को सब्सिडी के बारे में जानकारी दिया था. 

इससे प्रेरित होकर रामनरेश ने पपीता की बागवानी की.

एक बीघा पपीता की बागबानी में सालाना 25 से 30 हजार का खर्च आता है.

एक बीघे में पपीता का करीब 1150 पेड़ तैयार कर सकते हैं.