रावण का खौफ या सम्मान? पुतला जलाने से पहले मांगते हैं माफी...

अधर्म पर धर्म की विजय के उपलक्ष्य में दशहरे का त्योहार मनाया जाता है.

विजयादशमी के दिन देशभर में दशानन रावण के पुतले का दहन होता है.

लेकिन देश में कुछ ऐसे स्थान भी हैं, जहां इस दिन रावण की पूजा की जाती है.

MP के मंदसौर में तो सालोंभर लंकापति रावण को पूजा जाता है.

मंदसौर के खानपुरा के लोग रावण की पत्नी मंदोदरी को बेटी मानते हैं.

खानपुरा में रावण दामाद माना जाता है, इसलिए वह लंकेश को जमाई मानते हैं.

इसलिए दशहरे के दिन यहां रावण का पुतला दहन से पहले पूजा की जाती है.

रावण के पुतले से लोग उसका वध किए जाने के लिए माफी मांगते हैं, फिर पुतला जलता है.

मान्यता है कि रावण के दाहिने पैर में धागे बांधने से बाधाएं दूर होती हैं.

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