वो ग्रह
जिसके
बादल
रंगीन हैं!
वृहस्पति के वातावरण में सल्फर और फास्फोरस का मेल प्यारे रंग बनाता है.
इसी वजह से वहां के बादल कई रंगों के होते हैं, जिसमें लाल, भूरा, कत्थई और सफेद रंग शामिल है.
बृहस्पति में रंगीन बादल बैंड और धब्बों की एक टेपेस्ट्री है. इसे गैस दानव ग्रह भी कहा जाता है.
गैस ग्रह के "आसमान" में शायद तीन अलग-अलग बादलों की परतें हैं, जिनके रंग भी अलग दिखते हैं.
इस ग्रह में बादलों की गहराई सबसे ज्यादा यानि 50 से 71 किलोमीटर तक मानी गई है.
शीर्ष बादल अमोनिया बर्फ से बना है, जबकि मध्य परत अमोनियम हाइड्रोसल्फाइड क्रिस्टल से बनी है.
वृहस्पति की सबसे भीतरी परत पानी, बर्फ और वाष्प से बनी होने का अंदाज लगाया जाता है.
बृहस्पति के चारों ओर मोटी पट्टियों में चमकीले रंग सल्फर और फास्फोरस वाली गैसों के ढेर के हैं.
बृहस्पति के तेज घूमने से मजबूत जेट स्ट्रीम बनता है, जो बादलों को अलग अलग रंगों में बांट देता है.
क्लिक
और स्टोरीज पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें